Anjas

गीत

गीत में गेयता इण रो प्रधान गुण हुवै। स्वर अर ताल लय रै सबदां री जोड़ सूं चावी रचना गीत हुवै है। राजस्थानी गीत काव्य परंपरा री लूंठी विधा है।

पूजाश्री

पूजाश्री

1951

इण सदी री लेखिका।

पृथ्वीराज गुप्ता
पृथ्वीराज राठौड़

पृथ्वीराज राठौड़

1549 -1600

'पीथल' नांव सूं चावा। बीकानेर महाराजा रायसिंह रा छोटा भाई अर राजस्थानी रा सिरै कवि। वीर, सिणगार अर भगती आद सगळी विधावां में सिद्धहस्त।

प्रकृति पंड्या

प्रकृति पंड्या

वागड़ी री नूवी पीढ़ी री कवयित्री।

प्रभात

प्रभात

1972

चावा कवि-गद्यकार। माड़-जगरौटी मांय लेखन में सक्रिय। पूर्वी राजस्थान रै लोक रो विशेष अध्ययन।

प्रेम शास्त्री

प्रेम शास्त्री

इण सदी री गीतकार

प्रेमलता जैन

प्रेमलता जैन

इण सदी री लेखिका।

परमानंद बणियाल

परमानंद बणियाल

1693 -1788

विश्नोई पंथ रा सिरै कवि, आत्मज्ञानी, साहित प्रेमी अर सिध्द पुरुष। खुद री कवातावां रै अलावा पुराणा संत कवियां री रचनावां ने आपरी लेखनी सू उकेर'र सहेजी।

प्रहलाद सिंह झोरड़ा

प्रहलाद सिंह झोरड़ा

1983

मीठै कंठा रा धणी। कवि कानदान 'कल्पित' री परम्परा नै सवाई बणावै।

पवन पहाड़िया

पवन पहाड़िया

1955

सुपरिचित कवि-गजलकार।