ख्यात गीतकार। हाड़ौती गीत परम्परा में अतिसम्मानित।
चाक पै
छोरी को चत न लागै!
मोट्यारपणो
नीमड़ी
साजन गीताँ को बोपारी
उड़ जाऊंगी री माँ