महिमा पर सोरठा

मैमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

सोरठा2

श्याम राखजो साख

साह मोहनराज

पगां न बळ पतसाह

जाडा मेहङू