महिमा पर काव्य खंड

महिमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

काव्य खंड3

बादल वचन

हेमरतन सूरि

गंगाजी

पृथ्वीराज राठौड़

मंगलाचरण

हेमरतन सूरि