महिमा पर गीत

मैमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

गीत31

क्यूं भूल्या थे आज बावळो

कुलदीप सिंह इण्डाली

नित निरखां वारी जावां तिरंगा

कुलदीप सिंह इण्डाली

बाजरा रो सिट्टो

आशारानी लखोटिया

मोह

कैलाश मंडेला

धन म्हारी पोशाळ

मोहन मण्डेला

हींडौ

आशारानी लखोटिया

म्हारौ राजस्थान जी

कालूराम प्रजापति 'कमल'

ओढ़ चून्दड़

कालूराम प्रजापति 'कमल'

शारदा वन्दन

महावीर प्रसाद जोशी

गीतड़लौ गावै है

नीता कोठारी

डिंगल री महिमा

नवलदान लाळस

कबूतराँ को जोड़ो

रघुराजसिंह हाड़ा

सरस्यूँ

विष्णु विश्वास

बणज्यारी

जगदीश झालावाड़ी

ल्यो करल्यो बात

कल्याणसिंह राजावत

लुळ-लुळ करो सलाम

मोहम्मद सदीक

बसन्त

आशारानी लखोटिया

जाग्यो राजस्थान

मोहन मण्डेला

दीवाळी

आशारानी लखोटिया

जै मरूधर जै राजस्थान

कालूराम प्रजापति 'कमल'

कागलौ

आशारानी लखोटिया

म्हारो राजस्थान

मोहन मण्डेला

सोन चिड़कली

कालूराम प्रजापति 'कमल'

चंचळ भूंरो

कैलाश मंडेला

मरुधर देस

कालूराम प्रजापति 'कमल'