महिमा पर गीत

महिमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

गीत12

नित निरखां वारी जावां तिरंगा

कुलदीप सिंह इण्डाली

क्यूं भूल्या थे आज बावळो

कुलदीप सिंह इण्डाली

डिंगल री महिमा

नवलदान लाळस

कबूतराँ को जोड़ो

रघुराजसिंह हाड़ा

सरस्यूँ

विष्णु विश्वास

बणज्यारी

जगदीश झालावाड़ी

ल्यो करल्यो बात

कल्याणसिंह राजावत

लुळ-लुळ करो सलाम

मोहम्मद सदीक

शारदा वन्दन

महावीर प्रसाद जोसी

गीतड़लौ गावै है

नीता कोठारी