महिमा पर कुंडलियाँ

महिमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

कुण्डळियौ छंद2

कुंडळिया

केसरीसिंघ जेतावत

छंद कुंडळिया

संतोष कुमार पारीक