
कवितावां
राजस्थानी कविता परम्परा में सामिल विधावां रो टाळवो संग्रै।
राजस्थानी कविता परम्परा में सामिल विधावां रो टाळवो संग्रै।
नूवी पीढ़ी रा कवि-लेखक अर उल्थाकार। हिंदी कविता-गद्य में लगोलग सिरजण। भारतभूषण अग्रवाल सम्मान सूं सम्मानित।
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अंतस रो ओळमो’ कविता संग्रै पर केंद्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।
टाबर बण टाबरां सारू न्यारी-निरवाळी दुनिया रचै। पांच दरजन सूं बेसी पोथ्यां। साहित्य अकादेमी रौ बाल साहित्य पुरस्कार। 'टाबर टोळी' पत्रिका रौ संपादन।