
कवितावां
राजस्थानी कविता परम्परा में सामिल विधावां रो टाळवो संग्रै।
राजस्थानी कविता परम्परा में सामिल विधावां रो टाळवो संग्रै।
चावा कवि-लेखक। 'धुरपट' कविराय, अेम अेम. माडाणी, कंवल उणीयार, 'आलम' जोधपुरी आद नामां सूं ई लेखन
चावा कवि-अनुवादक। 'रणखार' कविता संग्रै माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी रो युवा पुरस्कार।