विडरूपता पर कहाणियां

सामाजिक जीवण में आपां

रै असवाड़ै-पसवाड़ै अेड़ी केई विसमतावां हुवै जिणा सूं मिनख रौ जीवणौ, न जीवणै जेड़ौ हो ज्यावै। अठै संकलित रचनावां ई विसै सूं ई जुड़ियोड़ी है।

कहाणी5

ठाकर रौ आसण

विजयदान देथा

गादेल रौ परताप

विजयदान देथा

घोटौ अर पीवौ

विजयदान देथा

हाड़ी राणी

रानी लक्ष्मीकुमारी चूणडावत

अलेखूं हिटलर

विजयदान देथा