लोक पर लोकगीत

सबदकोसां में लोक रौ

अरथ घणै अरथां में लेईज्यौ है। कठैई इणरौ अरथ 'प्रजा' मानीज्यौ है तो कठैई 'मानखै' रै अरथ में इणनै लीरीज्यौ है। अठै प्रस्तुत रचनावां लोक सबद रै आखती-पाखती रचियोड़ी है।

लोकगीत99

सेवरो

लोक परंपरा

कुरजां

लोक परंपरा

चरखौ

लोक परंपरा

कुरजां

लोक परंपरा

हळदी

लोक परंपरा

कूकड़ौ

लोक परंपरा

अंबाबाड़ी

लोक परंपरा

धूमालड़ी

लोक परंपरा

बड़ला

लोक परंपरा

घोड़ी

लोक परंपरा

जल्ला

लोक परंपरा

काळा कागला

लोक परंपरा

पुनमल

लोक परंपरा

फेरा

लोक परंपरा

पाळ

लोक परंपरा

गाळ

लोक परंपरा

ईडूणी

लोक परंपरा

रामदेवजी

लोक परंपरा

बाईसा रा बीरा

लोक परंपरा

चिरमी

लोक परंपरा

मैंमद

लोक परंपरा

कलाळी

लोक परंपरा

हींडो ए घलायो

लोक परंपरा

बुगलौ

लोक परंपरा

बनी

लोक परंपरा

काची घोड़लो

लोक परंपरा

हरिया पौदीना

लोक परंपरा

मुजरो ले ले

लोक परंपरा

रोईड़ो

लोक परंपरा