फुटरापौ पर संवैया

फूटरापौ एक भाव है। राजस्थानी

री सगळी बोलियां में फूटरापै रा अलेखूं पर्यायवाची है। अठै प्रस्तुत संकलन में फूटरापै नै लेय'र रचियोड़ी कवितावां रो संग्रै करीज्यो है।

संवैया छंद2

स्यांम-सरीर लसै पट पीत

बुद्धसिंह हाड़ा

अंजन मंजन कैं दृग-रंजन

बुद्धसिंह हाड़ा