फुटरापौ पर भुजंगप्रयात छंद

फूटरापौ एक भाव है। राजस्थानी

री सगळी बोलियां में फूटरापै रा अलेखूं पर्यायवाची है। अठै प्रस्तुत संकलन में फूटरापै नै लेय'र रचियोड़ी कवितावां रो संग्रै करीज्यो है।

भुजंगप्रयात छंद1

क्रिसण रूप वरणाव

सांयाजी झूला