फुटरापौ पर दूहा

फूटरापौ एक भाव है। राजस्थानी

री सगळी बोलियां में फूटरापै रा अलेखूं पर्यायवाची है। अठै प्रस्तुत संकलन में फूटरापै नै लेय'र रचियोड़ी कवितावां रो संग्रै करीज्यो है।

दूहा8

सिणगार रा दूहा

कुलदीप सिंह इण्डाली

प्रीत रा दूहा

कुलदीप सिंह इण्डाली

मरुधर म्हानै पोखिया

चंद्र सिंह बिरकाळी

थाळी चूरै सोगरो

आयुषी राखेचा

भादरवौ

रेवतदान चारण कल्पित

फागण

रेवतदान चारण कल्पित

वाला वचे विरोध जी

चतुरसिंह ‘महाराज’