मोहम्मद सदीक 1937-1998 bikaner सिरै कवि-गीतकार। 'ताम झाम सा' अर 'बाबा थारी बकरियां बिदाम खावै रै' जेड़ा गीतां सूं ख्याति।
गीत18 कामणी जोख्यूं लख अनेक थे मजा करौ म्हाराज! आज थारी पांचूं घी में है दुख री लागी दूणा लुळ-लुळ करो सलाम