मोहम्मद सदीक
सिरै कवि-गीतकार। 'ताम झाम सा' अर 'बाबा थारी बकरियां बिदाम खावै रै' जेड़ा गीतां सूं ख्याति।
सिरै कवि-गीतकार। 'ताम झाम सा' अर 'बाबा थारी बकरियां बिदाम खावै रै' जेड़ा गीतां सूं ख्याति।
जन्म: 11 Sep 1937 | बीकानेर,भारत
निधन: 02 Jul 1998
हिन्दी-राजस्थानी रा लूंठा लिखारा मोहम्मद सदीक कवि अर गीतकार रै रूप में आखै मुलक मांय जाणीजै। वांरौ जलम 11 सितम्बर 1937 में नागौर जिले रै गोठ गांव में हुयौ। सदीक आपरी कवितावां में लोक रै असवाड़े-पसवाड़े रा सांवठा चितराम पाठकां रै साम्ही राखै अर लोक परिवेस रै कण्ठां तांई आपरी हाजरी लगावंता दिखै। वां अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर अर बीएड तांई री भणाई करी। राजस्थानी काव्य री मंच परम्परा में बीकानेर री गंगा-जमुनी तहजीब नै नूंवै ढाळे री साझी अवधारणावां सूं मोहम्मद सदीक आपरै लेखन में परोटता दीसै।
मोहम्मद सदीक रै जीवनकाल में ई आपरी तीन पोथ्यां छपी। सन 1979 ई में आपरी पैली राजस्थानी पोथी 'जूझती जूण' छप'र आयी, जिण मांय अबखायां सूं जूझतै मिनख अर आंचलिक भाव बोध रा सबड़क चितराम लाधै। सन 1989 ई में आपरी दूजी पोथी 'अंतस तास' प्रकासित हुई जिणरा गीत लांबे बखत तांई राजस्थानी कवि सम्मेलनां अर मंचां री सोभा नै सवाई करता रैया। 'अभी अंधेरा है' सिरैनांव सूं मोहम्मद सदीक भाटी री तीसरी रचना (पोथी) सन 1993 ई में सुधी पाठकां रै साम्ही आई। मोहम्मद सदीक कविता में सीधी सीधी बात नै फटकारै अर पाठकां रै काळजै में ऊतरै। आपरी केवणगत, कथ्य अर व्यजंना रा राजस्थानी सांस्कृतिक चितराम मोहम्मद सद्दीक नै लोक दीठ रो लूंठो कवि बणावै। सन 2022 में आपरी नूंवी पोथी 'चितेरे रा चितराम' रो लोकार्पण आखै राजस्थानी समाज रै खातर गीरबेजोग बात है।
राजस्थानी साहित्य में अवदान खातर मोहम्मद सदीक नै राजस्थानी भासा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर रौ गणेसीलाल व्यास पुरस्कार सन 1983 ई में सूंपीज्यौ। घनश्याम दास सर्राफ मारवाड़ी सम्मेलन, बम्बई रो साहित्य सम्मान सन 1992-93 नै सद्दीक री राजस्थानी सेवा खातर अरपण करीज्यौ। आपरी रचनावां देस री मौजीज पत्रिकावां मांय लगातार छपती रेंवती। मोहम्मद सदीक मंच रा सुरीला कवि हा। आखै भारत स्तर रा कवि सम्मेलन में सदीक साहब आपरी सौंरम बिखेरी। 'रामजी री चिड़िया रामजी रा खेत, ताम झाम सा, बाबा थारी बकरियां बिदाम खावै रै आद वांरा ख्यात गीत है, जिका जन जन रै कंठां रा हार बण्या। आपरी कवितावां अर गीत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर री 12 वी जमात रै ऐच्छिक विसै राजस्थानी री पद्य पोथी में पाठ्यक्रम मांय लागती रही है।