गोदी में टाबर

नै खारियै में दौ रोटियां रौ

दोफारौ।

पीपळ री छींया में

आय’र

वा सुस्तावण लागी

सूकै पांन री ज्यूं

उड़तौ

जुड़तौ

म्है वीं रै साम्हीं गियौ

अर वा म्हांनै नीं ओळख सकी

टाबर अर

बगत-सर रोटी नै लगांवण

कांई वा आपरै

अंतस नै

आं दौ पाटां रै बिचाळै

मेल नै

नचींती व्हैगी?

स्रोत
  • पोथी : पगफेरौ ,
  • सिरजक : मणि मधुकर ,
  • प्रकाशक : अकथ प्रकासण, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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