

मणि मधुकर
राजस्थानी कविता-जातरा मांय अेक अलग तरै री ठौड़। तेजसिंह जोधा संपादित 'राजस्थानी-१' रा कवि।
राजस्थानी कविता-जातरा मांय अेक अलग तरै री ठौड़। तेजसिंह जोधा संपादित 'राजस्थानी-१' रा कवि।
आडी
आखतौ
आलीजा आज्यौ घरां
आंधौ
अचांणचक
अदीतवार
अेकली
अेलांन
अळगाव
अलमारी
अंबादास रौ चितरांम
अस्टावक्कर
अठ्ठारा-नौ-सड़सठ : परभात
बळीतौ
बाळकियौ
बंस
बापड़ा
बारखड़ी
बाऊ-सा!
बेम्मार
भविस
बियैतनाम : सात सिलांम
ब्रितांत
चौपड़-पासा
चुम्मौ
किरकेट
दीठ
धुंद
दूजौ
दुसासण
गैली
घणी खम्मां
गारड़ी
गत-पत
घाव
गूंठळी
हूंणी
ईसरलाल
जागर
जसमल : जन्ता
जथाजोग
जोग
कब्बर
काळौ घोड़ो
काळ
लाचारी
लोकराज
लोकराज
मॅंझरात
मोती डूंगरी
नरकवाड़ौ
नांवरासी
न्हारवौ
निजारौ
ओळखाण
पाड़ोसण
पगफेरौ
पै’लगांम
पांगळी
पंख
पतझाड़
फूलम-कथा
रातरांणी
राजीनांवौ
रस्तौ
रिगदोळ
रोईड़ौ
रुखाळौ
सैनाई
सामरथ
सामरथ
सांच
सांच
सरप री सांकळ
सत्त-सुंवाज
सिध-जोगी
सिंझ्याराग
सोजती गेट
सुखसाज
सुखसाज
सुण ओ स्याणां
सुवाद
तळाव
ठठेरै री जाई
तिराक
उच्छब