म्हारा व्हाला भाबोसा!

सुभ मोहरत हौ आज

ब्यांव रौ

करणौ हौ वरण

म्हनै

म्हारै देवता रौ,

आप

मौत नै निवंत आया

आपरौ आदेस

माथा माथै,

लौ अंगेजू।

म्हैं

आपरी लाडेसर हूं

म्हारौ डर भांगण

आप इणनै

सोवन कटोरै री पालकी बैठाय भेजियौ।

किण बेटी रा होवै

अैड़ा भाग

कै मरै

आपरै बाप रै हाथां,

म्हारै सुख सारूं

आप सोधियौ अैड़ौ मारग

मुगती रौ।

फगत गुटकौ लेवण री जेज है

म्हारै इण गुटकै सारूं

आपनै

गुटका नीं भरण दूं भाबोसा।

आपरौ जीव

म्हारै जीव सूं वाल्हौ है,

म्हैं तौ कित्तीक जीवी

भळै जीव लेवूं

तौ कांई कर लेवूं?

आपनै अजे केई काम करणआ है,

आपनै जुध लड़णा है

आपनै जमीन खोसणी है

आपनै मिनख मारणा है

आपनै जसन मनावणा है।

भाबोसा

आपरै मरियां

होय जावैला अनाथ

आखौ मुलक,

बेटियां रै मरियां

नीं होवै अनाथ

कोई बाप।

आप तौ हमेसा रैवौला भाबोसा,

म्हें नीं रैवांला कदेई।

हर जुग में

मुलक होवैला

हर मुलक में

आप होवौला

अर

आपरै बेटियां होवैला,

आपनै बचावण रा

कैड़ा कैड़ा औजार घड़ै विधाता

भाबोसा

कांई वो आप जैड़ौ है?

तद तौ म्हनै

उठै सूं व्हीर होवणौ पड़ैला

बेटियां रौ भगवान

न्यारौ क्यूं नीं होवै भाबोसा।

भाबोसा

कदेई किणी बेटी रै

कैयां

कोई बाप

आपरौ जीव क्यूं कोनी देवै?

हर जुग

आखरां रौ तीखौ ताप

म्हांरौ खोळौ

क्यूं दाझै?

माईत तौ

कदेई भख कोनी लेवता भाबोसा?

सोवन कटोरां

दूध पावण रौ अरथ

बाप रै हाथां पूग

आपरौ खौळियौ

यूं बदळ देवैला,

तौ

म्हैं कदेई सोचियौ कोनी।

भाबोसा

देवता रै निमित्त

खाजरू चढावण री बेळा

आपनै

अवस म्हारी याद आवैला,

म्हैं

आपरौ खाजरू

गादी री सुख सांयत सारूं

हमेसा

यूं बपराइजती

खुद रा भाग सरावूंला,

धिन्न ही म्हांरी पीढियां

धिन्न हूं म्है

धिन्न होवैला

म्हारौ आगत सरूप।

बेटियां नीं होवती

तौ

आप किणनै बेचता

मोलावता किणनै,

नीं होवती बेटियां

तौ

करता किणरौ चीर हरण

किणनै लगावता दांव,

नीं होवती बेटियां

तौ

देवता किणनै बनवास

किणनै बणावता

पाथर सिला अचंचला,

नीं होवती बेटियां

तौ

कीकर पूरीजतौ

आपरै मरद होवण रौ गुमेज,

नीं होवती बेटियां

तौ

कुण सजावती सेज

जगावती कुण चितावां,

कुण जिणती

आपरी जात

औगुण बायरी,

नीं होवती बेटियां

तौ

आज

आप किणनै मारता

कीकर बचावता खुद नै,

म्हे

आपरौ रिच्छा कवच हां भाबोसा

जचै ज्यूं

धारण करौ म्हांनै

म्हांरौ धरम है

आपनै बचावणौ।

भाबोसा

बेटियां नुगरी क्यूं नी होवै?

आपरौ तौ होवै अंस

पछै

क्यूं होवै इत्ती न्यारी

आप सूं,

म्हांरै कोथळियै

कुण धर जावै

दूजौ जीव?

बेटियां है तौ घर है

घर है तौ भरोसौ है

भरौसौ है तौ प्रीत है

प्रीत है तौ जूण है

जूण है तौ सांस है

सांस है तौ आस है

अर

इणी आस रै बूतै

आप हौं।

नीं होवती बेटियां

तौ

आप सैंग

अेक जैड़ा होय जावता

पछै

कीकर बचती दुनिया

आपरी।

म्हे

कथावां में होवां

पण इस्कूल में आप होवौ

म्हे

धान में होवां

पण रोटी में आप होवै,

म्हे

रूंख में होवां

पण छीयां में आप होवौ

म्हे

मकान में होवां

पण भींत माथै आप होवौ

म्हे झाळ में होवां

पण

अगन आपरी बाजै

म्हे बायरै में होवां

पण

सोरम आपरी बाजै

म्हे सूंन में होवां

पण

आभौ आपरौ बाजै,

म्हे इज बैवां

नदियां बण

पूगां अेक ठायै सूं दूजै

पण

समन्द आपरौ बाजै।

म्हे इज राचां

रजकण में

पण

धरती आपरी बाजै,

बातां ख्यातां

अटकैला

आपरौ नाम

जका निभाई मरजाद,

मधरी रसना नै

जैर सूंपियौ।

भाबौसा

आपरी मरजाद अर कांण कायदा

हमेसा

कुदरत री आतमा

क्यूं डांमै?

नीं रैयौ

आपरौ

आपरी जबान माथै जोर

नीं रैयौ

आपरै

हाथां पगां करार

नीं रैयौ

आपरै आंतरै सत

तौ कांई म्हारौ दोस हौ?

म्हनै

कटोरौ सूंपण सूं पैला

अेकर तौ जोयौ होवतौ

उणमें

आपरौ उणियारौ,

अेकर तौ

पूछियौ होवतौ सवाल

खुद सूं,

मिरतु रौ भय

आपसूं बत्तौ कुण जांणै।

भाबोसा

कांई म्हनै मारियां

आप कांनी सिरकती

मिरतु नै आप रोक सकौला,

अैड़ी अमरता री आस

ईसर

किणी बाप नै

नीं सूंपै,

म्हारी सांसा

आप माथै

उधार है भाबोसा।

स्रोत
  • पोथी : अगनसिनांन ,
  • सिरजक : अर्जुन देव चारण ,
  • प्रकाशक : सूर्य प्रकाशन मन्दिर, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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