ज्ञान पर कवित्त

ज्ञान का महत्त्व सभी

युगों और संस्कृतियों में एकसमान रहा है। यहाँ प्रस्तुत है—ज्ञान, बोध, समझ और जानने के विभिन्न पर्यायों को प्रसंग में लातीं कविताओं का एक चयन।

कवित्त2

नैण बिना कहां निरख

संत हरिदेवदास महाराज

बादल बिना न मेह

संत हरिदेवदास महाराज