गुरु पर छप्पय

मध्यकालीन काव्य में

गुरु की महिमा की समृद्ध चर्चा मिलती है। प्रस्तुत संचयन में गुरु-संबंधी काव्य-रूपों और आधुनिक संदर्भ में शिक्षक-संबंधी कविताओं का संग्रह किया गया है।

छप्पय11

आव गुरु गोरक्ख

अलूनाथ कविया

सतगुरु विना न मोक्ष

संत सुखरामदास

गुरु किरपा मिल मोख

संत सेवगराम जी महाराज

वैद जोग वैराग

अलूनाथ कविया

एक नगर सु बसै

अलूनाथ कविया

नदिया नाव संजोग बंध्यौ है

स्वामी देवादास जी

गुरु सेवा लहै भगति

संत सेवगराम जी महाराज