ओळमौ पर संवैया

हर भाषा रै साहित्य में

हर विसै सूं एक शिकायत प्रगट करी जावै, कविता अर लोक में उणनै 'ओळमौ'कैवै। अठै प्रस्तुत चयन रौ आधार ओळमौ है।

संवैया छंद6

कोटि अनंतहसंत भये

ईसरदास बोगसा