ग़ज़ल13 आगे-पाछे मत नाल़ो घुग्घा ने परभात, आसे नी आवे जीवां ने जंतरण्या वादळ भेळा व्हे अर पंच-पटेल हांझ पड़्यां ई हलग्या दीवा