नारायण सिंह भाटी 1930-2013 jodhpur ख्यातनांव कवि-संपादक। रचनावां में स्वछन्दतावाद रो खासो प्रभाव। राजस्थानी शोध संस्थान रा संस्थापक।
अनोखै लाल रौ तबला वादन बाधौ बिणज च्यार गीत दुर्गादास गवरी से गावणौ घूमर जीवता अैनांण लेणौ देणौ मांड में मूमल री धुन सुणतां पण मिनख नै समझावणौ दोरौ है। मीरां मूमल मुमतांज रौ मोह पासाण सुंदरी समै रौ रींछ सांवणी तीज सिरजण री बलिहार सिसर सोरठ उछांछलाई उथल नै तौ देख विरह यादीजै है