Anjas

ईसरदास बारहठ

  • 1538-1618
  • Marwar

'ईसरा-परमेसरा' रे विरुद सूं विख्यात। डिंगल रा सिरै भगत कवियों में पैलो नांव। देवियाण, हरिरस, निंदा-स्तुति, गुण भागवत हंस जिसी ठावकी भगतिपरक रचनावां सागै ही हालां-झालां रा कुंडलिया जिसी ऊंचे दरजे री वीर रस री रचना रा भी सिरजक।