काळ काळिन्दर रै

फुण री छींया में सूत्यौ

टाबर कुण?

कांई नांव इण रै बाप रौ?

घणा आया घणा गिया

म्हांनै कांई ठाऽऽय

अणचेत बरड़ावै वीं री माय

जिकौ बापूजी बाजै वौ

पीपळ तळै हांमळ भरै

नै कीकर तळै नट ज्याय!

स्रोत
  • पोथी : पगफेरौ ,
  • सिरजक : मणि मधुकर ,
  • प्रकाशक : अकथ प्रकासण, जयपुर
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