1

कांई है हाथै

भणाई री उमर

चराई खातै।

2

नीं पूछै कोई

वाळियोड़ै खत ज्यूं

बापू नै आज।

3.

चोरटी धूप

घुसगी घर मांय

भींत फदाक।

4.

दिन आथव्यां

करण लागा पांखी

सिंझा वंदंण।

5

डरग्यौ धान

खेत में तांतियां रौ

आतंक देख।

6.

प्रदूषण

सिरोलौ सांड, आपां

सगळा भांड।

7.

मुळक गई

मिनख रै मूंडै री

मुंघाई देख।

8.

भायां-भायां री

मीठी बतलावण

कठै गमगी?

9.

भूखा मिनख

खरची खूट राज

माथै अकाळ।

10.

चाली है हवा

खोसण लागा लोग

मूंडै रा कवा।

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