
नूवौ कोस
1900 सूं आज तांई रो टाळवो साहित्य-संग्रै
1900 सूं आज तांई रो टाळवो साहित्य-संग्रै
वागड़ी बोली री कवयित्री।
चावा कवि। कवितावां में लोकधर्मिता सारु राजस्थानी कविता जातरा में न्यारी ठौड़।
सुपरिचित कवयित्री।
सुपरिचित कवयित्री। 'चन्दावरणी' काव्य संग्रै।
नूवी पीढ़ी रा ऊरमावान कवि-आलोचक।
इण सदी री कवयित्री।
नूवी पीढ़ी रा कवि-लेखक।
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अैनांण' कविता संग्रै माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।
आठवें दसक रा कवि-लेखक।
चावा कवि-उल्थाकर।
सुपरिचित कवयित्री।
नूवी पीढ़ी री कवयित्री।
नूवी पीढ़ी रा कवि।
राजस्थानी रा चावा कवि।
राजस्थानी रा सांतरा कवि-लेखक।
हाड़ौती रा कवि-लेखक।
राजस्थानी रा चावा कवि।
नूवी पीढ़ी रा कवि-लेखक। हिंदी में ई लगोलग सिरजण।
चावा कवि-गीतकार।
ठावा कवि-गद्यकार। 'नुगरे रा पद' संग्रै सारू खास पिछाण। केंद्रीय साहित्य अकादमी रो सिरै पुरस्कार।