
कोटा संभाग रा कवि
कोटा संभाग ( कोटा, बूंदी, बांरा, झालावाड़) रै साहित्यकारां रो टाळवो साहित्य-संग्रै।
कोटा संभाग ( कोटा, बूंदी, बांरा, झालावाड़) रै साहित्यकारां रो टाळवो साहित्य-संग्रै।
ठावा कवि-गद्यकार। 'नुगरे रा पद' संग्रै सारु खास पिछाण। केंद्रीय साहित्य अकादमी रो सिरै पुरस्कार।
राजस्थानी-हिंदी रा चावा कवि-गद्यकार।
राजस्थानी गद्य अर पद्य में सांगोपांग काम। गीत, नव गीत में लेखणी सवाई।
ठावा गीतकार। 'हाड़ौती' अचंळ' सूं संबध।
हाड़ौती रा ख्यात गीतकार।
सिरैनांव कवि-गीतकार।
आखर-आखर में चम्बल रै पाणी री सीतळता। 'बेटी' संग्रै रै मारफ़त संवेदनावां रा तार छेड़ै। 'वै बी कांईं दिन छा' अर 'बावळी' सरावणजोग पोथ्यां।
चावा कवि-लेखक। हाड़ौती अंचल सूं संबंध।
हाड़ौती अंचल रा चावा लिखारा। राजस्थानी गीत अर दोहां में लगोलग काम। अनुवाद में ई सांवठी भागीदारी ।
हाड़ौती रा हरावळ रचनाकार। गजल कोरणी रा कारीगर। मीठै कंठां रा धणी। राजस्थान साहित्य अकादमी सूं पुरस्कृत। कोटा विश्वविद्यालय में साहित्य माथै शोध।
मंच माथै कविता अर गीत नै अेक ठावी पिछाण दिराई है। अनुवाद में ई सांतरो काम। साहित्य अकादेमी सूं ई आदरीज्योड़ा।
हाड़ौती री सुपरिचित लेखिका। लोकगीतां माथै विसेस काम।
इण सदी रा चावा कवि-लेखक।
नूवी पीढ़ी रा ऊरमावान कवि-लेखक।
सुपरिचित लेखिका। हाड़ौती अंचळ सूं संबंध।
इण सदी री कवयित्री।
इण सदी री लेखिका।
हाड़ौती रा चावा गीतकार।
राजस्थानी सिणगार रस री रचनावां रो लेखन। दोहां मांय कलम नै जस। राजस्थानी कवितावां रो अेक संग्रह ई।
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