नूवी पीढ़ी री कवयित्री।
सिरजण
आज की नार
कुण छै वै लोग?
खुड़को
या तो इयां ई चालेली
गोविंद तूं प्रीत लगाई जी
जीमबा की पंगतां
मॉडर्न गणगौर