मिनख पर उद्धरण

उद्धरण2

quote

”दुनिया में कीं अैड़ी अजोगती बात कोनीं जकौ मिनख पार नीं पटक सकै। विग्यांन रा करार रै आपै तौ मिनख सूरज नै आभा सूं तोड़ जमीं में बूर सकै अर मन करै जित्ता आभा में नवा सूरज उछाल सकै।”

विजयदान देथा
quote

”मिनख रै जोग मिनख री असली उमर फगत दोय बरसां री है। मिनखां री गळाई बोलणौ सीखतां टाबर मिनखां रा लखण सीखणा चालू करदै। अर आं लखणां रै बधापा साथै मिनखीचारौ विणसतौ जावै। इण वास्तै मिनख दोय बरस सूं कम जीवै तौ खोटौ अर वत्तौ जीवै तौ खोटौ। दोय बरस री निरोगी उमर पायलै तौ मिनखां-जूंण सुफळ व्है जावै। पण मिनख तौ हजार बरस जीवण री कांमना राखै।“

विजयदान देथा