ताऊ शेखावटी जलम: 1942 jaipur राजस्थानी कविता री मंच परम्परा रा मानीता हास्य कवि। प्रबंध काव्य माथै काम।
ग़ज़ल3 अस्त्र सस्त्र सिण्गार हुवै है, सीमा पर और सब कुछ ठीक है, चिंत्या न करियो, गांव में बै’ता ढाणा ठौर ठिकाणा, कुण जाणै किण पाळ कठै
ताड़केश्वर शर्मा राणुसिंह राजपुरोहित विश्वनाथ शर्मा विमलेश छोटूराम मीणा प्रेम शेखावत पंछी फारूक़ आफरीदी कैलाश मनहर कवियो जोगीदान