मोहन पुरी जलम: 1982 ajmer नूवी पीढी रै लिखारां में ठावा कवि-गीतकार। 'अचपळी बातां' अर 'वो देखती है कनखियों से बाट फिर' नांव सूं पोथियां प्रकाशित।
ग़ज़ल35 बात सूं आगै बणै सै बात ई बात सूं आगै बणै सै बात ई बीखो पड़ै जद आप सिर तलवार सूं डरणो पड़ै बीखो पड़ै जद आप सिर तलवार सूं डरणो पड़ै बोलणो थूं सांच नै धारै कठै
ग़ज़ल35 बात सूं आगै बणै सै बात ई बात सूं आगै बणै सै बात ई बीखो पड़ै जद आप सिर तलवार सूं डरणो पड़ै बीखो पड़ै जद आप सिर तलवार सूं डरणो पड़ै बोलणो थूं सांच नै धारै कठै
हरीश सुवासिया निशा आर्य घनश्याम लाल रांकावत भंवर कसाना लक्ष्मणदान कविया कविता किरण कुलदीप सिंह इण्डाली गिरधारी सिंह राजावत