डिंगल गीत9 अठी राम रा सुभड़ नैं सुभड़ रावण उठी अवनी में जिके भलांई आया छके जोम सूं जाय जमराण सा बन बैठो भलां चढ़ो गिर-बदरी बसू मांस कादम मचो
हरदास मीसण किशनदास जी महाराज स्वामी आत्माराम ऊदोजी अड़ींग संत सुखरामदास ओपा आढा काशी छंगाणी पृथ्वीराज राठौड़