जान कवि Marwar सूफी संत अर प्रेमाख्यानकार। मूल नांव न्यामत खाँ। 75 रै लगभग रचनावां जिणमें 'क्यामखां रासो' घण चावी।
दूहा10 चात्रिम चात्रिम राचि है दुखिया दुखिया मन मिलै धीर धरें सुधरैं सकल बिरहानल जेतन जरे भंवर लहै जौ केतुकी
हरदास मीसण किशनदास जी महाराज स्वामी आत्माराम ऊदोजी अड़ींग संत सुखरामदास ओपा आढा काशी छंगाणी पृथ्वीराज राठौड़