भंवर लहै जौ केतुकी बिरहानल जेतन जरे चात्रिम चात्रिम राचि है धीर धरें सुधरैं सकल दुखिया दुखिया मन मिलै जाकौ निर्मल पैंम व्है कहत जान ते सुजन जन कहत जांन कबि जानियौ नबी नाव तें जान कहि फागन की नागन पवन