दादूपंथी संत कवि। अध्यात्म अर गुरु महिमा सूं सम्बंधित रचनावां।
भाई रे श्रुति सुंमृति जन दाखै
राम नाम निज मित्र सहाई
कामधेंनु पसु गाइ गिनावै
पौरस सोनौ सोनौ औरै
हीरै जैसा कंकर औरै
अइयों अपतीणाह
आजोणी अनजाण
आये येकी केह
काल कुहाड़ा हाथि ले
दादू चंदन बावना
मूसा जलता देखि करि
सुफल विरष परमारथी
सब जीव भुवंगम कूप में