Anjas

पद

पद छंद री अेक विधा है। राजस्थानी पद छंद रै मांय मात्रावां अर वरणा री संख्या रो निरधारण नीं हुवै। पद नै गेय रूप दे’र भगती साहित्य नै घणो लूठो करण री खेचळ करीजी। पद रो प्राचीन समै में नांव राग शीर्षक सूं जाण्यो जावै।

हरजी भाटी

हरजी भाटी

बाबा रामदेवजी रै भगति परंपरा रा अनुभवी अर पूग्योड़ा ज्ञानी-ध्यानी संतकवि। प्रसिद्धि रौ आधार 'बाबा रामदेव रौ ब्यावलो' महाकाव्य।

हरिदास निरंजनी

हरिदास निरंजनी

1455 -1543

निरंजनी संप्रदाय रा संस्थापक। डकैतपणौ छोड़'र संत बणिया इण कारण कलियुग रा वाल्मिकी बाजै। घणकरा भजन अर पदां री रचना भगती, नीति, चेतावणी अर महात्म्य सूं संबंधित।