
सिरी गंगानगर रा कवि/ रचनाकार
कुल: 18
कुल: 18
आठवें दसक रा मै'ताऊ कवि-कहाणीकार अर उल्थाकार। 'डांखळा' विधा रा राजस्थानी मांय पै'ला सिरजक।
भासा मानता आंदोलन रा साचा सेवग। राजस्थानी में रामलीला रो सिरजण अर मंचन। साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार। पखवाड़िये अख़बार ‘सूरतगढ़ टाइम्स’ रो संपादन।