बीकानेर रा रचनाकार
कुल: 124
कुल: 124
विश्नोई पंथ रै संस्थापक गुरु जांभोजी रा हुजूरी सिस्य अर गायन विद्या मांय अति निपुण संतकवि।
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अैनांण' कविता संग्रै माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।
अगरचन्द नाहटा राजस्थानी जैन साहित्य रा विशेषज्ञ अर अनुसन्धानपूर्ण लिखारा,सम्पादक हा।
भासा-सिल्प सारु न्यारी ठौड़ राखणिया सिरैनांव कवि-कहाणीकार-उपन्यासकार। 'मेवे रा रूंख' पोथी माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।
राजस्थानी मंचीय कविता परम्परा रा खास जातरू। 'हाथ सूं कतर लीनो बोरलो', 'गरीब करोड़पति' आद कविता संग्रै प्रकाशित।
जांभाणी साहित्य रा रचनाकारां मांय खास गिणावणजोग नांव। इणां री 'बुध परगास' अर 'कथा अहमनी' नांव री दो रचनावां मिळै।
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अंतस रो ओळमो’ कविता संग्रै पर केंद्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।