भीम पांडिया जलम: 1929 bikaner राजस्थानी मंचीय कविता परम्परा रा खास जातरू। 'हाथ सूं कतर लीनो बोरलो', 'गरीब करोड़पति' आद कविता संग्रै प्रकाशित।
कविता11 बीज नै उगणो पड़सी जी म्हारा जिवड़ा जी दरद रा खोल मती चौबारा विनासी अणु बम सूं मत खेल सूरज री ऊगाळी पैलां जाग रे
रतनलाल दाधीच शान्ति शर्मा प्रवीण सुथार नीतू शर्मा कृष्णगोपाल शर्मा श्याम महर्षि अनुराग सुभाष पाटोदिया