कुल: 33
संस्कृत, फारसी, अरबी, पंजाबी अर डिंगल-पिंगल रा नांमी जाणकार कवि। 'रतन रासौ' अर 'राजसमंद रूपक' नांव रै चावै ग्रंथां रा सिरजक।
नूवी पीढ़ी रा कवि-लेखक।
सिरैनांव गीतकार। गीतां में सिणगार रस री जाजी सौरम।
कवि-लेखक।