नीं

म्हे नीं जावांली

अेवड़ सूं

ट्रक माथै

लदती; कैवै भेड़ां,

म्हानै ठा है

गया पछै

नीं बावड़ांली पाछी म्हे

कैवती जावै भेड़ां

पाछी आस्यां भी तो

थे पिछाण नीं

सकोला म्हानै,

क्यूंकै

पाछी बावड़तां बगत

थारै साम्ही

मोचड़्यां, बेल्ट

जाकेट अर

थाली मांय

परोसेड़ौ

जीमण हुयस्यां म्हे।

स्रोत
  • पोथी : बिणजारो ,
  • सिरजक : श्याम महर्षि ,
  • संपादक : नागराज शर्मा ,
  • प्रकाशक : बिणजारो प्रकाशक पिलानी (राज.) ,
  • संस्करण : 26
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