थारो-म्हारो नित-नेम

आ, भळै बांथेड़ा करां!

खायली आंधी

पीयली लूआं

पूंछल मूंढै लाग्योड़ी झूठ

रगड़ हथाळ्यां

झाड़लै चैरै चेंठीज्या

काळा-पीळा लेवड़ा

थारो-म्हारो नित-नेम

आ, भळै बांथेड़ा करां!

बीज्योड़ी बाजरी

मतीरा, मोठां नै

लांपो देग्यो काळ

आ, लूरलां

जाळ कै खेजड़ी रो डील

छाल नै कूट पोयलां टिक्कड़

सिजायलां सिणियो

बांधां, बंध जियां बांधां पेट रै पाटी

थारो-म्हारो नित-नेम

आ, भळै बांथेड़ा करां!

आव चालां

राज रै सिरे-थांन

बणै तमोळा मेड़्यां

अकासी माळिया बणै

आंपां अडाण बणा

माथै ईटां चूनै रो भारो

नीचै चींथीजी जूण ढोवां

थारो-म्हारो नित-नेम

आ, भळै बांथेड़ा करां!

थारै- म्हारै

दुखां सूं दूबळा दाता

पगोथिया सांटता चढ़ै रांस

रांस सूं बांचै

थारै म्हारै खातर

बिधि-विधान

नाख-

बातां रै ठंडै भोभर माथै

नाखदे धोबा-धोबा धूड़

थारो-म्हारो नित-नेम

आ, भळै बांथेड़ा करां!

स्रोत
  • पोथी : बाथां में भूगोळ ,
  • सिरजक : हरीश भादानी ,
  • प्रकाशक : धरती प्रकाशन
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