म्हैं रैयो लाकडाउन में

म्हारी तर्‌यां कै’ई रैया

घरां रे माईनै

इणी बिच्चै—

आवण-जावण थम्यो,

थोड़ो तो हुयो आछो

दूजी ठौड़ां भी भांत

झीलां री नगरी उदयपुर में

पिछोला झील रो पाणी

साफ हुयो।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत (अप्रैल-जुलाई 2021) ,
  • सिरजक : रमेश ‘मयंक’ ,
  • संपादक : शिवराज छंगाणी ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर
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