देस,

एक सींव, एक पहाड़,

एक समदर।

देस,

एक दीप, एक अन्तरीप,

एक धर।

देस, एक रंग, एक ढंग

एक ईस्वर।

देस, एक आस, एक भास

एक स्वर।

देस, एक जात, एक पांत

एक घर।

देस, एक रीत, एक जीत

एक समर

देस, एक कलेस, एक द्वेष

एक जहर।

देस तौड़,

छौड़

बारै देस सूं निसर

स्रोत
  • पोथी : चिड़ी री बोली लिखौ ,
  • सिरजक : मोहन आलोक ,
  • प्रकाशक : रवि प्रकाशन दिल्ली
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