बंदा हिम्मत री जय बोल, बंदा मैणत री जै बोल,

जमीं सिरां रै मोल, साथी इण रौ भारी तोल,

साथी हिम्मत री जै बोल, बंदा मैणत री जै बोल।

धर मजलां परदेसी आया, लीवी चाकरी चोखी,

सूतोड़ा री गरदन वाढ़ी, सरम पगांत्यै न्हांखी

रजवाड़ां रौ डोळ, साथ'ई कोरी छोरा रोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बंदा मैणत री जै बोल।

पाळी ऊपर अैक डोकरौ, सौ जुग पैली मरग्यौ,

पूत मोल में धरती दाबी, नवौ रावळौ बणग्यौ,

जागीरां री पोल, साथी निरभै हुयनै खोल,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

दादौसा सायब रा चाकर, मरजी रा चपड़ासी,

पासवांन रा गाभा धोया, कटगी भव री पासी,

अे हाकम हिवड़ै हौल, साथी सारा अणघड़ टोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

सेठ गिया परदेस कमावण, संग लै लोटौ डोरी,

दीवी धरम नै गोडां लकड़ी, सड़पै संतप बोरी,

अब सेठ बध्या बेडोळ, साथी पेट हुवा है ढोल,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

राजा ठाकर सेठ अलमद, निरभै मोजां मांणै,

मुलक मुलक में अकण ढाळै, कमतरियां नै तांणै,

थूं मन में मत कर मोळ, साथी सारी दुनिया गोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

मैणत सूं थै धन निपजावौ, पिण अकल रौ घाटौ,

अफसर सेठ सिपाई ठाकर, सगळा चाटै चाटौ,

जद थें उतरौ खम खोळ, साथी यांनै दो रगदोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

धूधूकारौ मच्यौ जगत में, जूंना भाखर धूजै,

मोट्यारी घर मच्यौ उछाळौ, बूढ़ां नै कुण बूझै

परिंडै घुळग्यौ घोळ, साथी काचौ टिकै झोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

थै गिणती में घणा भायलां, हाकै सूं क्यूं डरपौ,

गिणती रा तिणका है चुगलौ, वाढ़ेती ले झड़पौ,

थें धरौ धमक नै ढोल, साथी करदौ बींटा गोळ,

साथी हिम्मत री जै बोल, बन्दा मैणत री जै बोल।

स्रोत
  • पोथी : गणेशीलाल व्यास उस्ताद व्यक्तित्व कृतित्व ,
  • सिरजक : गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद' ,
  • संपादक : लक्ष्मीकांत व्यास ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी ग्रंथागार ,
  • संस्करण : 1