कदै इन्नै
कदै बिन्नै जावै
सोधती जीयाजूण
सूंघै अर मूंडो हटावै।
डरै, कदै आंख्यां दिखावै
कूकै, कदै मौद मनावै
बैरथी-सी फिरै
करती सिरजण भचीड़ खावती–कीड़ी।