Anjas

ग़ज़ल

राजस्थानी ग़ज़ल आज आम आदमी रै जीवण री ग़ज़ल बणगी। ग़ज़ल में व्यवस्था रै खिलाफ बगावत रा तीखा तेवर अर व्यंग्य रा सुर आं ग़ज़लां में जबरौ दिखै। उणी’ज ग़ज़ल रो चावो राजस्थानी संग्रै अठै है।

दलपत परिहार

दलपत परिहार

1948

सुपरिचित कवि-गद्यकार। 'तोते री कहाणी' अर 'इक राजा इक रंक' नाटक संग्रै प्रकाशित।

देवकी दर्पण ‘रसराज’

देवकी दर्पण ‘रसराज’

1976

राजस्थानी गद्य अर पद्य में सांगोपांग काम। गीत, नव गीत में लेखणी सवाई।