Anjas

ग़ज़ल

राजस्थानी ग़ज़ल आज आम आदमी रै जीवण री ग़ज़ल बणगी। ग़ज़ल में व्यवस्था रै खिलाफ बगावत रा तीखा तेवर अर व्यंग्य रा सुर आं ग़ज़लां में जबरौ दिखै। उणी’ज ग़ज़ल रो चावो राजस्थानी संग्रै अठै है।

बुद्धिप्रकाश पारीक

बुद्धिप्रकाश पारीक

ढूंढाड़ी रा ख्यातनांव हास्य-कवि।

बनवारी ‘खामोश’

बनवारी ‘खामोश’

1954

हिंदी-राजस्थानी रा सुपरिचित कवि-लेखक।

बस्तीमल सोलंकी भीम
भंवर कसाना

भंवर कसाना

1969

राजस्थानी रा चावा कविसर।

भागीरथसिंह भाग्य

भागीरथसिंह भाग्य

1955

चावा कवि-गीतकार। कविता मांय हास्य पुट सारु निरवाळी पिछाण।