पाणी पर ग़ज़ल

पानी या जल जीवन के अस्तित्व

से जुड़ा द्रव है। यह पाँच मूल तत्त्वों में से एक है। प्रस्तुत चयन में संकलित कविताओं में जल के विभिन्न भावों की प्रमुखता से अभिव्यक्ति हुई है।

ग़ज़ल4

दे दाता बादळ पूरो

राजूराम बिजारणियां

वागडी ग़ज़ल

छत्रपाल शिवाजी

लै'रां लै'रां दौड़ै चांद

राजूराम बिजारणियां